विस्तार : सीक्रेट ऑफ डार्कनेस (भाग : 31)
विस्तार तेजी से डार्क फेयरीज़ की ओर बढ़ा, उसके सीने पर उभरा ओमेगा चिन्ह अधिक तीव्रता से चमक रहा था। वह उन दोनों को समझाना और उनके वास्तविक अस्तित्व से मिलाना चाहता था परंतु क्रोध में उसके चेहरे पर शैतानियत नाचती हुई दिखाई दे रही थी।
ऐश को विस्तार के वार से बचने का अवसर न मिला, आँच उसके वार को रोकती हुई दूसरे हाथ से हमला किया। विस्तार ने उसे रोकने के लिए स्याह ऊर्जा का प्रयोग किया, दोनो के आपस में टकराने से तीव्र स्वर उत्पन्न हुआ। ऐश सम्भलते हुए विस्तार पर ऊर्जा का शमन करती है, आसमान से बिजली का विशाल समूह विस्तार की ओर तेजी से गिरने लगता है, इससे पहले ऐश अपना मंत्रोचारण पूर्ण कर पाती मैत्रा ने उसे रोक लिया। आँच की आँखों में दरिंदगी बढ़ती जा रही थी, उसका अगला वार विस्तार को तेज झटके के साथ आसमान में उछाल दिया। मैत्रा उसे संभालने की कोशिश की पर ऐश को इसी मौके की प्रतीक्षा थी, उसने अपने हाथों से विचित्र मुद्रा बनाते हुए विशिष्ट ऊर्जा का शमन किया, मैत्रा अपनी सम्पूर्ण शक्ति लगाकर उसके वार को रोकने का प्रयास करने लगी। दोनो पक्षो में द्वंद बढ़ गया था, यह द्वंद सामान्य तो कदाचित नही था। ऐसा लग रहा था जैसे गहन अंधेरे रात में बादल आपस में टकरा रहें हो और बिजलियों के साथ गर्जन कर रहें हो।
वातावरण में मनहूसियत एक बार फिर से छाने लगी। विस्तार के ऊपर स्याह ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता जा रहा था। उसके हाथ स्याह ऊर्जा को संभाल पाने में असक्षम हो रहे थे, दोनो आँखों में स्याहियां नाच रही थी, शैतानियत भरी नजरों से ताकते हुए अधरों पर अस्पष्ट कुटिल मुस्कान लिए वह तेजी से डार्क फेयरीज़ की ओर बढ़ा।
ओमेगा चिन्ह अब, पहले से और अधिक चमकने लगा। विस्तार ने अपने दोनों हाथों को जोड़कर सम्पूर्ण शक्ति लगाकर आँच पर वार किया, अपेक्षानुसार इससे आँच को बहुत अधिक नुकसान होना चाहिए था परन्तु हुआ बिल्कुल इसके विपरीत! आँच सही सलामत वहीं खड़ी थी, विस्तार का ओमेगा चिन्ह मद्धम पड़ गया था, वह स्वयं को कुछ शक्तिहीन महसूस करने लगा। आँच की अधरों पर क्रूरता लिए एक विचित्र मुस्कान थी, उसकी आँखें यूँ कुछ कह रही थीं मानो वो विस्तार को तड़पते हुए देखने को बेचैन हो। विस्तार अभी सम्भला नही था, आँच अपने दोनों हाथों को आपस में सटाकर एक दूसरे के विपरीत दिशा में घुमाती हैं, जिससे एक ऊर्जा निकलकर सीधा विस्तार से टकराती है, विस्तार अब चाहकर भी क्रोध नही कर पा रहा था वह उछलते हुए काफी दूर पहाड़ो तक गया। उसके टकराने के कारण कई बर्फ़ीली चट्टाने टूटकर गिरने लगी।
"तुम्हें क्या लगता है जो तुमने मैत्रा के साथ किया वो करने से हम तुम्हारी बकवास सुनेंगे!" आँच क्रोधित स्वर में बोलती है, उसका कथन व्यंगपूर्ण था।
"तुम्हारा 'नेगेटिव औरा' इतना शक्तिशाली नही है कि तुम डार्क फेयरीज़ का सामना कर सको विस्तार! इस दुनिया में हमसे कोई नही जीत सकता।" मैत्रा को जकड़े हुए ऐश बोलती है।
"तुम अंधेरे से बने प्राणी हो और तुम्हें उजाले की दुनिया के रक्षा का जुनून सवार है! इसकी सजा जानते हो क्या है सिर्फ मृत्यु!" विस्तार की ओर बढ़ते हुए आँच बोली, उसका स्वर इतना तेज था कि पर्वत से उसकी ध्वनि, पुनः प्रतिध्वनित होकर पहाड़ो गूंज रही थी।
"और तुम.. अंधेरा कभी भेदभाव नही करता और उजाले की दुनिया में कौन खुश है? न जाने कितने पैमाने है वहां भेद करने के लिए। आखिर क्या है वहां?" ऐश, मैत्रा से बोली, मैत्रा बस कसमसाकर रह गयी।
"बस करो तुम!" विस्तार ने अपने दोनों हाथों से कान बन्द कर लिया। डार्क फेयरीज़ का व्यंग्य उसके लिए असहनीय होने लगा था।
"तुम सत्य से नही मुकर सकते हो विस्तार! यही सत्य है। अंधेरे की दुनिया उजाले से अधिक संयोजित और व्यवस्थित है।" ऐश विस्तार से भी ऊँचे स्वर में बोली।
"अंधेरे की कोई दुनिया नही होती है ऐश! मुझे मजबूर मत करो!" जमाने भर की विवशता समेटे हुए विस्तार बोला। वह डार्क फेयरीज़ को कोई नुकसान नही पहुँचाना चाहता था। इस पूरी दुनिया में उसके कुछ ही अपने शेष बचे थे वह उन्हें किसी कीमत पर चोट नही पहुंचा सकता था। अंदर ही अंदर चल रहे विचारों के इस द्वंद ने विस्तार के प्रतिरोधी क्षमता को और कमजोर कर दिया था।
"तुम इस बात से इनकार नही कर सकते हो विस्तार! क्योंकि तुम जानते हो सत्य क्या है!" आँच गरजते हुए बोली। इस समय डार्क फेयरीज़ सभी भावनाओ से कोसो दूर, क्रोध एवं सम्पूर्ण संसार पर अंधेरे का राज्य स्थापित करने के रोष से भरी हुई थी।
"परन्तु हमारा काम अंधेरे और उजाले का समन्वय बनाना है, तुम इसे बिगाड़ रही हो।" कब से चुपचाप सबकुछ देख रही मैत्रा विवशता से छटपटाते हुए बोली।
"तुम हमें कुछ मत सिखाओ मैत्रा! तुम भी तो अंधेरे की प्राणी हो फिर तुम अंधकार के विरुद्ध कैसे जा सकती हो?" आँच उसे घूरते हुए बोली, उसकी ज्वालामुखी सी भड़क रहिए आंखे और अधिक उबलने लगीं।
"और देखो तुम स्वयं को, अंधेरे के विरुद्ध जाते ही कितनी कमज़ोर पड़ गयी हो! तुम हमसे नही जीत सकते।" ऐश, मैत्रा को उसकी ओर इशारा करते हुए बोली।
"मैं तुमसे लड़ना नही चाहता मेरी बहनो!" विस्तार पर भावात्मक दबाव बढ़ने लगा था, उसके हाथ से स्याहियां गायब हो चुकी थी, सीने पर ओमेगा चिन्ह सामान्य रूप से दीप्तित हो रहा था। आंखों में कोई आग नही थी, उसका स्याह सा चेहरा भी बहुत मासूम नजर आ रहा था।
"तुम हमसे जीत नही सकते!" आँच ने गरजते हुए कहा।
"हाँ बिल्कुल! मैं तुमसे जीत नही सकता। पर हार तो सकता हूँ न।" विस्तार अपने घुटनों के बल बैठ गया। आँच ने उसपर पुनः वार करना चाहा परन्तु उसके हाथों से ऊर्जा न निकली।
"डार्क फेयरीज़ को मरना होगा।" आँच ने चीखते हुए अपना सिर पकड़ लिया।
"नही!" विस्तार उसके सामने निढाल सा पड़ गया, मैत्रा यह देखकर अत्यधिक हैरान और परेशान होने लगी।
अचानक से वातावरण में परिवर्तन होने लगा, अब सुबह होने वाली थी। डार्क फेयरीज़ का गुस्सा, विस्तार के समर्पण से हार गया। उनकी नसों में बह रहा क्रोध सूख गया, दोनो के ऊपर से ग्रेमन का प्रभाव उतरने लगा। उन्होंने अपने सामने विस्तार को इन अवस्था में देखा तो हैरान रह गई। ऐश के बंधन के गायब होने से मैत्रा भी स्वतंत्र हो चुकी थी।
"तुम कौन हो?" आश्चर्य भरी दृष्टि से देखते हुए डार्क फेयरीज़ ने विस्तार से पूछा।
"मैं तुम्हारा भाई और तुम मेरी बहन!" विस्तार हौले से मुस्कुराते हुए बोला।
"हम… हम तुम्हारी बहने नही हैं!" ऐश और आँच दोनो ने एक साथ एक ही सुर में कहा।
"परन्तु आचार्य ने तो यही बताया था।" विस्तार सोच में पड़ गया।
"कौन आचार्य?" ऐश मुँह बनाते हुए बोली।
"क्या तुम्हें पिछले युद्ध के बारे में कुछ भी याद नही है बहन!" विस्तार ने बड़े प्यार से पूछा।
"क्या… कौन बहन है तुम्हारी?" ऐश उसे घूरते हुए दूर जाकर बोली।
"कमाल है!" विस्तार हल्का सा परेशान हुआ। 'ये ऐसे क्यों प्रतिक्रिया कर रही हैं जैसे मैं इनका भाई न होऊं, मेरी स्मृतियों में भी ज्यादा कुछ स्पष्ट नही हुआ है। क्या यह संभव है कि यह हास-परिहास कर रही हो परन्तु देखकर तो ऐसा नही लग रहा। आचार्य भला मुझसे झूठ क्यों बोलेंगे मुझे सत्य जानना ही होगा।' विस्तार मन ही मन फिर उलझने लगा था।
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"तुमने वाकई बहुत शानदार काम किया है डार्क लीडर! अंधेरे का ईश्वर तुम्हें क्षमा करता है।" होंठो पर कुटिल मुस्कान सजाये ग्रेमन ने कहा, उसके समक्ष डार्क लीडर खड़ा था।
"जितनी अधिक डेड बॉडीज होंगी उतनी ही बड़ी सेना का निर्माण हो सकेगा लार्ड ग्रेमन!" डार्क लीडर मुस्कुराते हुए बोला। उसकी लपटें काफी तेज हो रही थीं।
"जल्दी ही हम इस सम्पूर्ण संसार पर राज कर लीडर! सारी दुनिया पर सिर्फ और सिर्फ हमारा राज्य होगा! अंधेरे का राज्य।" ग्रेमन अपने विचित्र आसन से उठकर खड़े होते हुए बोला। उसकी सींगे काफी अधिक स्याह स्फुटित हो रही थीं।
"हमें नराक्ष की ओर से भी सावधान रहना होगा लार्ड! आपने डार्क फेयरीज़ को मर जाने का आदेश दे दिया परन्तु नराक्ष ऐसा नही करेगा वह विस्तार का उपयोग कर, हमें युद्ध में हराने की कोशिश करेगा।" डार्क लीडर बोला, विस्तार का नाम आते ही उसका मुंह घृणा से विकृत सा बन गया।
"विस्तार! यही हमारी राह का सबसे बड़ा रुकावट बन सकता है। सबसे पहले इनके खात्मे की तैयारी करो।" ग्रेमन, डार्क लीडर को एकटक देखता हुआ बोला।
"उसे मार पाना इतना सरल नही होगा लार्ड ग्रेमन!" डार्क लीडर ने अपनी चिंता जताई। "उसकी शक्तियो का मात्र एक अंश हासिल कर वीर इतना अधिक शक्तिशाली …"
"बस अब कुछ मत बोलो! मैं यहां अपने शत्रु की तारीफ सुनने आया। जाओ और उसका नामोनिशान मिटा दो, आवश्यकता पड़े तो हरेक डार्क गॉर्ड को अपने साथ लेकर जाना।" क्रोध से भड़कते हुए ग्रेमन बोला। उसका भयानक चेहरा क्रोध से और भयंकर लगने लगा।
"जो आज्ञा लार्ड ग्रेमन!" डार्क लीडर डरते हुए घबराये स्वर में बोला। वह तेजी से मुड़कर वापस जाने लगा, उसके मन में विस्तार को मारने की योजनाएं बनने लगीं। विस्तार का नाम आते ही उसका मन घृणा से भर उठा था।
क्रमशः….
Seema Priyadarshini sahay
07-Sep-2021 04:14 PM
वाह बहुत खूब
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